हमारी कहानी राजगढ़

☺ एक बार की बात है, जब में और मेरा दोस्त कक्षा 12वी में पड़ते थे , हम दोनो कोचिंग पर मिले थे और पता ही नही चला की कब दोस्ती इतनी गहरी हो गई की हम एक दोस्त ना होकर भाई की तरह रहने लगे , बात उस दिन की है जब हमने एक साल पहले किसी संस्था की प्रवेश परीक्षा दी थी जिसका रिजल्ट इस साल आया और हम वहा चले गए ।
वहा जाए हमे कुछ ही दिन हुए थे की हमे वहा पर भी बहुत सारे दोस्त मिल गए जिनका नाम में नहीं बता सकता लेकिन वो भी बहुत अच्छे थे, मेरा विषय मैथ्स था और मेरे दोस्तो का भी, और हम जिस स्कूल में पढ़ने जाते थे उसमे हमारे एक ऐसे टीचर भी थे जिनको ज्ञान तो बहुत था लेकिन हम अभी वाया गए ही थे इसलिए डरते थे और वे भी हमे काम पहचानते थे इस वजह से वो जो भी पड़ते हम पड़ लेते थे 

क्योंकि इस साल हमारे बोर्ड्स थे और संयोग की बात तो यह है की लोग 12 वी में कोचिंग लगवाते है और हम छोड़कर आ गए थे ,, सब कुछ ऐसे ही चलता रहा और जब हमारे टर्मिनल एग्जाम आ चुके थे तब तक हमे कुछ याद नहीं था , जैसा की आप जानते ही हो की मैथ्स सब्जेक्ट में 5 विजय होते है 
Physics,Chemistry,Maths,Hindi or English .

जिसमे से मेने तो सिर्फ फिजिक्स और मैथ्स ही अच्छे से पड़ी थी और हिंदी तो पूरे साल नही पड़ी और न ही कोई क्लास अटेंड की, मेरे दोस्तो का भी यही था , 

अब आप सोच रहे होंगे की 12वी न हम कोई कोचिंग जाते थे और न ही कोई अलग काम था ,
तो में बता दू की जो एग्जाम हम देकर आए हुए थे वो था Byju's की तरफ से जिसमे हमारे जिले से 44 स्टूडेंट जिसमे लड़किया और लड़के दोनो थे , Byju's JEE or NEET दोनो की तैयारी बिल्कुल फ्री में करवा रहा था क्यों हमने एंट्रेंस एग्जाम दी थी , कोचिंग की पहली क्लास 15 सितंबर को थी जिसमे हमको 11वी का सिलेबस पढ़ाना चालू किया , लेकिन हम तो 12वी में थे और 11वी में हमने सही से पड़ी भी नही की ,, 
एग्जाम में पास होना sayad संयोग ही रहा होगा लेकिन हमे बहुत कुछ याद भी था , यहां सेलेक्ट होकर जो भी स्टूडेंट आए थे वो अपनी अपनी स्कूल के टॉपर बच्चे थे 


कुछ दिन तो ऐसे ही गुजर गए और हमारी हाफ yearly exams भी आ चुकी थी , अब हम कन्फ्यूज थे की jee का पड़े या 12वी का मेरा तो सिलेबस थी पूरा नहीं हुआ था और बोर्ड्स आने में 2 3 महीने ही रहे थे ,, हमने नवंबर से 12vi ki तैयारी चालू की ओर 4 महीने में सारा कोर्स पड़ डाला , इस बीच हमने byjus की कोई भी क्लास अटेंड नही की , 

 हमारे स्कूल के smart class को ही Byjus का सेंटर बना रखा था वहा हमारे दिवा निर्देश के लिए एक मैडम उपस्थित रहती थी वो भी बहुत अच्छे से हमारा ध्यान रखती थी 
Byju's ने हमे JEE वालो को 55 किताबो का गहरा संसार दे रखा है और NEET walo को 63 का ,, 
इतनी सारी कितने जिस दिन हमे मिली थी तो हमारे पास ऐसा कुछ नहीं था की उसको हॉस्टल तक लेकर जा सके ,, कुछ तो सिर पे रख कर ले गए और कुछ पीठ पर ., पर मुस्किल तो लड़कियों की थी क्योंकि उनका NEET था और उसमे 63 कितने थी ,,
किताबो के साथ हमे tablet भी दिए गए है जिससे हम लाइव क्लास करते है 
ये कोई कहानी नहीं है , बल्कि सत्य घटना है हो हमारे साथ अभी हो रही थी , 
अभी हमारे 12वी की परीक्षा पूरी हो गई है और सभी का पेपर अच्छे से गया है , अब इंतजार ही तो बस परिणाम का ,, को की 12 may को आने वाला है 

मुझे पता है की ये सत्य संस्मरण आपने पड़ा है तो आप वो ही हो जो 44 में अभी हो 
इसलिए सभी को मेरी ( Govind Verma) तरफ से आपने भविष्य में एक चमकता हुआ सितारा बनने के लिए बहुत बहुत बधाईयां देना चाहता हु ,,,
आप और में भविष्य में नई ऊंचाईयां छुए, 
                               Be positive



अगर आपको इसमें कोई गलती लगे तो PLEASE 🥺 COMMENT KARE..
में आपके comment ka wait करूंगा,




Thanks to all of you ❤️🤞

Bye😋



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